दमिश्क। सीरिया में अलेप्पो पर विद्रोहियों के कब्जे और हामा प्रांत व अन्य क्षेत्रों में उनके बढ़ने से गतिविधियां तेज हैं। विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में रूसी और सीरियाई लड़ाकू विमान लगातार बमबारी कर रहे हैं। ताजा बमबारी में 25 लोगों के मारे जाने की सूचना है।
400 विद्रोहियों को मारने का सरकारी सेना का दावा
जमीनी जवाबी कार्रवाई में 400 विद्रोहियों को मारने का सरकारी सेना ने दावा किया है। इस बीच ईरान समर्थित मिलीशिया इराक से सीमा पार कर सीरिया में दाखिल हो गई है, वह वहां पर विद्रोहियों से लड़ाई में सरकारी सेना का सहयोग करेगी। हालात पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरानी समकक्ष मसूद पेजेश्कियान से फोन पर बात की है।
बशर अल-असद सरकार को रूस का समर्थन
रूस ने कहा है कि सीरिया की बशर अल-असद सरकार को उसका समर्थन जारी है, जरूरत के अनुसार सीरिया को सैन्य सहायता दी जाएगी। ईरान ने भी सीरिया की हर तरह से मदद करने का एलान किया है। रूस और सीरिया के विमानों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले इदलिब शहर पर बमबारी की है। हवाई हमलों में मारे गए लोगों में 10 बच्चे भी हैं।
तुर्किये की सीमा के नजदीक विद्रोहियों के कब्जे वाले इस शहर में करीब 40 लाख लोग अभावों के बीच अस्थायी आवासों में रह रहे हैं। सरकारी सेना ने दावा किया है कि जमीनी लड़ाई में उसने विद्रोहियों को पीछे धकेलकर कुछ जमीन उनसे मुक्त कराई है। जबकि अलेप्पो के लोग सरकारी सेना के इस तरह से शहर छोड़कर भागने से हैरान हैं। बहुत सारे लोग शहर छोड़कर जा रहे हैं जबकि बाकी लोगों को लग रहा है कि उन्हें बेसहारा छोड़ दिया गया है।
US समेत अन्य देशों ने की तनाव कम करने की अपील
अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने सभी पक्षों से सीरिया में तनाव कम करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। जार्डन और इराक ने विद्रोहियों से लड़ रहे सीरिया के समर्थन का एलान किया है। जबकि यूएई के राष्ट्रपति शेख मुहम्मद बिन जायेद अल-नाह्यान ने अबूधाबी आए सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान से सीरिया सहित क्षेत्र के अन्य मुद्दों पर बात की है।
विद्रोहियों के इस तरह से चंद रोज में अलेप्पो पर कब्जे के बाद रूस ने सीरिया में रूसी सेना के प्रभारी जनरल सर्गेई किसेल को हटा दिया है।