सरकारी विभागों के चेक का क्लोन बनाकर उनके खातों से ₹5 करोड़ की हेराफेरी करने वाले तीन आरोपियों को सीबीआई जबलपुर की टीम ने गिरफ्तार किया है। ये आरोपी कोलकाता निवासी हैं और उन्हें गिरफ्तार कर जबलपुर लाया गया। विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट सीबीआई कोर्ट, मृणालिनी सिंह की अदालत ने आरोपियों को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
सीबीआई जांच के अनुसार, आरोपियों ने 2018-19 में मध्य प्रदेश शासन के विभिन्न विभागों के चेक क्लोन बनाकर फर्जी खातों में धनराशि ट्रांसफर की। चेक की संख्या और हस्ताक्षर असली चेक से मेल खाते थे, जिसके कारण बैंक ने इन्हें वैध मानकर संबंधित खातों में पैसे ट्रांसफर कर दिए। आरोपियों ने इस तरीके से केंद्र और राज्य शासन के विभिन्न विभागों से करीब ₹5 करोड़ का गबन किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई को शिकायत दी गई थी, जिसके बाद जांच में यह बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया।
गिरफ्तारी और जांच
सीबीआई की टीम ने कोलकाता में छापा मारकर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को जबलपुर लाने के बाद अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया। सीबीआई को शक है कि इस फर्जीवाड़े में बैंक प्रबंधन और संबंधित सरकारी विभागों के कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। आरोपियों द्वारा जिन क्लोन चेक का इस्तेमाल किया गया, उनकी चेक संख्या असली चेक से मेल खा रही है। इससे संभावना है कि सरकारी कार्यालयों के किसी अंदरूनी व्यक्ति ने यह जानकारी लीक की हो।
और भी गिरफ्तारियां संभव
सीबीआई अब बैंक और सरकारी विभागों के कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रही है। साथ ही, यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपी पहले भी इस तरह के फर्जीवाड़े में शामिल रहे हैं या नहीं। मामले में और गिरफ्तारियां संभव हैं। सीबीआई ने सभी सरकारी विभागों और बैंक प्रबंधन से सतर्क रहने और इस तरह की धोखाधड़ी रोकने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू करने की अपील की है।