लखनऊ । उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबर, संभल और बांग्लादेश के दंगाईयों का डीएनए एक बताया था, जिसपर पलटवार करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें पहले अपना डीएनए जांच कराना चाहिए। पत्रकारों से बात करते हुए यादव ने कहा, मुझे नहीं पता कि मुख्यमंत्री को कितना विज्ञान आता है और उन्होंने कितना जीव विज्ञान पढ़ा है…लेकिन मैं उनसे अनुरोध करना चाहता हूं कि उन्हें डीएनए के बारे में बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, मैं आपके (मीडिया) माध्यम से पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि उन्हें डीएनए के बारे में बात नहीं करनी चाहिए…और अगर वह डीएनए के बारे में बात करते हैं तो हम सभी अपना डीएनए जांच कराना चाहते हैं। मुख्यमंत्री को भी अपना डीएनए जांच कराना चाहिए…मैं अपना डीएनए जांच कराना चाहता हूं और मुख्यमंत्री को भी ऐसा करना चाहिए।
उन्होंने कहा, डीएनए की यह बात उन्हें (आदित्यनाथ) शोभा नहीं देती। एक संत, भगवा वस्त्रधारी योगी होने के नाते इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए और डीएनए के बारे में यह बात नहीं की जानी चाहिए। यादव एक निजी समारोह में भाग लेने के लिए कानपुर में थे। अयोध्या में आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर समाज को बांटने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि मुगल शासक बाबर की सेना ने अयोध्या में जो किया, वही बांग्लादेश और संभल में हो रहा है। 43वें रामायण मेले के उद्घाटन के लिए मंदिर नगरी में आए मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम ने पूरे समाज को एकजुट किया। उन्होंने कहा, … 500 साल पहले बाबर के एक सेनापति ने अयोध्या में कुछ काम किए, संभल में भी कुछ ऐसे ही काम किए और आज बांग्लादेश में जो हो रहा है… तीनों की प्रकृति और डीएनए एक जैसे हैं।
अगस्त में छात्रों के तीव्र विरोध के बाद शेख हसीना के नेतृत्व वाली बांग्लादेश सरकार के गिरने के बाद से मुस्लिम बहुल पड़ोसी देश में हिंदू समुदाय सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ व्यापक हिंसा की खबरें आ रही हैं। संभल में पिछले महीने एक स्थानीय मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर हिंसा भड़क उठी थी, जिसमें चार मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या कर दी गई थी।