दिल्ली: दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक दिलीप पांडे ने चुनावी राजनीति से किनारा कर लिया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर संकेत दिया है कि वह इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे। तिमारपुर विधानसभा सीट से आप विधायक पांडे ने कहा कि मेरे लिए राजनीति में बने रहने का कुल संतोष यही रहा है कि हमारी सरकार की वजह से बहुत सारे आम लोगों का, गरीब लोगों का जीवन आसान हुआ, बहुत सारे बच्चों की ज़िंदगी के बेहतर होने की संभावनाएं प्रबल हुई।
"X" हैंडल पर दिलीप पांडे ने कहा कि राजनीति में पहले संगठन निर्माण और फिर चुनाव लड़ने के दायित्व का निर्वहन करने बाद अब समय है 'AAP में ही रह कर कुछ और करने का'। तिमारपुर विधानसभा में जो भी चुनाव लड़े, दिल्ली के मुख्यमंत्री तो अरविंद केजरीवाल ही बनेंगे। हम सभी दिल्ली वाले मिल कर यह सुनिश्चित भी करेंगे कि दिल्ली में आप की सरकार बने।
मेरे संबंधों की पूंजी हमेशा मेरे साथ रहेगी
ट्वीट करके दिलीप पांडे ने यह भी कहा कि मेरे संबंधों की पूंजी मेरे साथ रहेगी, ऐसा विश्वास है मुझे। आप में से कोई मुझे संपर्क करे, तो इसी विश्वास को और मज़बूत करे, ऐसी कामना है। दिलीप पांडे ने अपनी आने वाली किताब "गुलाबी खंजर" का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किताब का लोकार्पण इसी महीने होगा।
राजनीति से लिया संन्यास
बता दें कि दिलीप पांडे साल 2020 से दिल्ली की तिमारपुर विधानसभा से विधायक हैं। वह दिल्ली विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक भी हैं। मूल रूप से पूर्वांचल के रहने वाले दिलीप पांडे 2019 में पार्टी के टिकट पर उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन भाजपा के मनोज तिवारी से हार गए थे।
2025 चुनाव से पहले संन्यास की घोषणा
दिलीप पांडे से पहले अभी हाल में ही शाहदरा से आप विधायक और दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने केजरीवाल को लिखे पत्र में अपनी बढ़ती उम्र का हवाला देते हुए चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया था। बता दें कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव फरवरी 2025 में होने हैं।