वॉशिंगटन। दुनिया में फैल रहे संघर्ष और गुटबाजी के बीच तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बढ़ गई है, खासकर अमेरिका और रूस के बीच बढ़ते तनाव के कारण। न्यूक मैप के कर्ताधर्ता और परमाणु तकनीक के जानकार एलेक्स वेलरस्टीन ने यह नक्शा तैयार किया है, जो परमाणु विस्फोट के बाद रेडियोधर्मिता के फैलाव, आग के गोले के दायरे और संभावित पीड़ितों की संख्या का अनुमान लगाता है।
हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिकी सेना यूक्रेन में घुसी, तो रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। इस स्थिति में परमाणु हमले के संभावित प्रभावों को समझाने के लिए न्यूक मैप ने एक नक्शा जारी किया है, जो दिखाता है कि अमेरिका के प्रमुख शहरों पर परमाणु हमले के क्या विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। अगर अमेरिका के पूर्वी तट पर 800 किलोटन के टोपोल (एसएस-25) बम से हमला होता है, तो न्यूयॉर्क शहर में 16 लाख लोगों की मौत हो सकती है और 30 लाख लोग घायल हो सकते हैं। इस विस्फोट के कारण मैनहट्टन, नेवार्क, ब्रुकलिन और आसपास के इलाकों में भयंकर तबाही मच सकती है। तापीय विकिरण 11.1 किलोमीटर तक फैल सकता है, जिससे कई शहर इसकी चपेट में आ सकते हैं। वहीं, अगर वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस पर ऐसा परमाणु हमला होता है, तो मरने वालों की संख्या 40 लाख तक पहुंच सकती है। हमले के बाद प्रतिष्ठित स्थलों जैसे कैपिटल हिल और कोलंबिया हाइट्स को भारी नुकसान हो सकता है। तापीय विकिरण के कारण आसपास के क्षेत्रों के लोग गंभीर रूप से जल सकते हैं। इस नक्शे ने यह स्पष्ट किया है कि परमाणु हमलों के बाद की स्थिति कितनी भयावह हो सकती है, जिससे अमेरिका के कई बड़े शहर पल भर में तबाह हो सकते हैं।