नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस ने 8 नवंबर को राजघाट से न्याय यात्रा की शुरुआत की थी। यात्रा का मूल उद्देश्य था कि संविधान की रक्षा के प्रति लोगों को जागरुक करना और आमजन को न्याय दिलाने के साथ कांग्रेस को मजबूत करना। इसके लिए कांग्रेस नेताओं ने सभी 70 विधानसभा सीटों में जाकर लोगों से संपर्क किया और उन्हे कांग्रेस के मूल उदृदेश्यों के प्रति अवगत कराया। इस दौरान कई कांग्रेस नेताओं ने कड़कड़ाती ठंड में टेंट में रातें बिताईं। जब उनसे ठंड के दिनों के यात्रा के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि जनता के लिए कुछ भी करेंगे।
इस न्याय यात्रा का शनिवार को रोहिणी में समापान हो गया। यह यात्रा विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने और जनता से न्याय की अपील के लिए निकाली गई थी। दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने बताया कि पहले दिन यात्रा में कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अजय माकन, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और अनिल चौधरी जैसे नेताओं ने हिस्सा लिया। दूसरे चरण में कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला और बादली विधानसभा क्षेत्र में राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और एआईसीसी सचिव काजी निजामुद्दीन ने यात्रा में शामिल होकर पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया।
इस यात्रा के दौरान यादव और अन्य नेताओं ने कैंपों में रात बिताई और दिल्ली के सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया। यात्रा का उद्देश्य लोगों को न्याय दिलाने और कांग्रेस की मजबूत वापसी का संदेश देना था। दिल्ली में कांग्रेस 1998 से 2013 तक सत्ता में रही, लेकिन 2015 और 2020 के चुनावों में उसे हार का सामना करना पड़ा। फरवरी में होने वाले चुनावों से पहले यह यात्रा पार्टी के लिए नई ऊर्जा का माध्यम मानी जा रही है।