बेंगलुरु। लोकायुक्त के अधिकारी मंगलवार को उस समय हतप्रभ रह गए जब बेंगलुरू में पुलिस उपाधीक्षक नंजुंदैया के आवास पर छापेमारी के दौरान उन्हें प्राइवेट स्विमिंग पूल और जिम देखने को मिला। लोकायुक्त ने बताया कि नंजुंदैया उन 10 सरकारी अधिकारियों में से एक हैं, जिनके यहां आय से अधिक संपत्ति के संबंध में छापेमारी की गई।
एक लोकायुक्त अधिकारी ने बताया कि पुलिस अधिकारी के आवास की भव्यता देखकर अधिकारी दंग रह गए, जिसमें भव्य भित्ति चित्र, सीढ़ीनुमा लान, एक उद्यान, स्विमिंग पूल के पास एक रेस्तरां जैसा सेवा क्षेत्र और चमचमाती सीढ़ियां थीं।
लोकायुक्त के अनुसार, पुलिस अधिकारी से जुड़े आठ स्थानों पर तलाशी ली गई जिससे 12.53 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला। इनमें पांच भूखंड और 11.05 करोड़ रुपये मूल्य का एक मकान शामिल है। एक अन्य छापेमारी में लोकायुक्त टीम ने उच्च शिक्षा विभाग के उप सचिव एकेश बाबू के घर से भारी मात्रा में नकदी और नोट गिनने वाली मशीन जब्त की।
सूत्रों ने बताया कि उनके पास 7.92 करोड़ रुपए की संपत्ति है। एम लोकेश बाबू के पास दो भूखंड और तीन घरों सहित 6.71 करोड़ रुपये की संपत्ति मिली। लोकायुक्त के अनुसार, बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के राजस्व निरीक्षक एस जी सुरेश के पास 1.83 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति मिली, जिनमें तीन भूखंड, दो घर, एक फार्महाउस और चार एकड़ और पांच गुंटा कृषि भूमि शामिल है।
बेंगलुरू ग्रामीण जिला स्वास्थ्य अधिकारी एम सी सुनील कुमार के आवास पर भी छापा मारा गया, जिसमें एक भूखंड और तीन मकान सहित 5.17 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता चला।
लोकायुक्त के अनुसार, बीबीएमपी के विद्यारण्यपुरा में तैनात टैक्स निरीक्षक कृष्णप्पा, गडग पंचायत राज इंजीनियरिंग प्रभाग के सहायक लक्ष्मण कोनेरप्पा करणी, कलबुर्गी नगर निगम के अधीक्षण अभियंता रामप्पा पांडु जाधव, कोप्पल उत्पाद शुल्क निरीक्षक रमेश बी अगाड़ी और चित्रदुर्ग के सहायक वन संरक्षक एस सुरेश के परिसर पर भी छापेमारी की गई।