हिमाचल प्रदेश और कश्मीर में हिमपात के बाद पंजाब में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग ने 11 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों और बुजुर्गों को घरों में ही रहने की सलाह दी है। पठानकोट व फरीदकोट मंगलवार को प्रदेश में सबसे ठंडे रहे। पठानकोट में न्यूनतम तापमान 1.2 और फरीदकोट में 1.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
अभी बारिश की कोई संभावना नहीं
वहीं पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, रूपनगर और मोहाली में शीतलहर का येलो अलर्ट तो है, लेकिन अभी वर्षा की कोई संभावना नहीं है। पिछले चार वर्षों के दौरान पहली बार दस दिसंबर को रात का तापमान इतना कम रहा।
जबकि पिछले वर्ष न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री व अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री, वर्ष 2022 में न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री व अधिकतम तापमान 24.4 डिग्री व वर्ष 2021 में न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री व अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 14 दिसंबर तक शहर शीतलहर की चपेट में रहेगा। जिससे कड़ाके की ठंड का सामना लोगों को करना होगा।
हिमाचल में भी पड़ रही है कड़ाके की ठंड
वहीं हिमाचल में शीतलहर के कारण 15 स्थानों पर न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंच गया है, जबकि कश्मीर में पाइपों में पानी जमने लगा है। भारी हिमपात के बाद सारा हिमाचल शीतलहर की चपेट में आ गया है और सुबह-शाम हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। ऊना में न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
यह इस सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान है। ऊना में सोमवार की रात इस वर्ष की सबसे ठंडी रही है। मौसम विभाग ने बुधवार को बिलासपुर, मंडी, ऊना व कांगड़ा में घना कोहरा छाने और शीतलहर की चेतावनी दी है। हालांकि प्रदेश में धूप खिली रहेगी।
हिमपात की भी संभावना है। प्रदेश में 15 स्थानों पर न्यूनतम तापमान जमावबिंदु से नीचे पहुंच गया है। प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 18 सड़कें अभी बंद हैं।
पूरे कश्मीर में माइनस में तापमान
कश्मीर और जम्मू भी कड़ाके की ठंड से कांप उठा है। पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान माइनस में चल रहा है। कश्मीर में तालाब और झील के किनारों पर हल्की बर्फ की परत भी जमने लगी है। कई जगह पानी के पाइप भी जम गए हैं। मौसम विभाग ने 18 दिसंबर तक मौसम के शुष्क बने रहने तथा ठंड का प्रकोप और बढ़ने की संभावना जताई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी लोगों विशेषकर बच्चों व बुजुर्गों को घरों में ही रहने की सलाह दी है।