नई दिल्ली: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने बुधवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि सफाई कर्मचारियों को सम्मान प्रदान करने तथा उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘नेशनल एक्शन फॉर मैकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम (नमस्ते)’ योजना शुरू की गई है। इस योजना को देश के सभी 4800 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों में लागू करने के लिए 2023-24 में शुरू किया गया है। नमस्ते योजना का एक लक्ष्य भारत में सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना है।
रोजगार सक्षम
सफाई कर्मचारियों की कमजोरियों को कम करने और उन्हें ‘स्वच्छ उद्यमी’ बनाने तथा नौकरी मिलने के बाद कुशल वेतन रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए स्वच्छता संबंधी परियोजनाओं के लिए पूंजी सब्सिडी प्रदान करके सफाई कर्मचारियों को स्वरोजगार तक पहुंचने में सक्षम बनाने के लिए पात्रता और आजीविका सहायता तक पहुंच प्रदान करना। मंत्री ने कहा कि व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण और पीपीई किट भी लक्ष्य हैं।
नागरिकों के व्यवहार में बदलाव लाने का प्रयास
नमस्ते से सफाई कर्मचारियों के प्रति नागरिकों के व्यवहार में बदलाव आएगा और सुरक्षित सफाई सेवाओं की मांग बढ़ेगी, क्योंकि सभी सेवा चाहने वालों को सीवर सेप्टिक टैंक की सफाई के लिए एसआरयू से संपर्क करना पड़ता है, किसी भी अनौपचारिक कर्मचारी को ऐसा काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।