हिंदू धर्म में सभी माह का अपना अलग महत्व है। माह के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। हाल ही में वैशाख माह के सभी त्योहारों को बड़े धूमधाम से मनाया गया है। ऐसे में हर कोई ज्येष्ठ मास में आने वाले त्योहार के बारे में जानना चाहता है। पंचांग के अनुसार 24 मई 2024, शुक्रवार से ज्येष्ठ माह आरंभ हो रहा है। यह माह भीषण गर्मी और लू के लिए जाना जाता है।
ज्येष्ठ मास में कई महत्वपूर्ण पर्व ऐसे हैं, जो इस महीने को बेहद शुभ बनाते हैं। इस माह के स्वामी मंगल ग्रह है। यह महीना विष्णु जी और बजरंगबली का प्रिय मास है। यही नहीं इसी महीने में न्याय के देवता शनि देव का जन्म हुआ था, इसलिए इस माह में उनकी पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। ऐसे ही कई अन्य व्रत- त्योहार इस महीने में आने वाले है। आइए इन सभी के बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
आखिर क्यों खास है यह माह ?
ज्येष्ठ मास की हर तिथि किसी न किसी देवी देवता से जुड़ी होती है। इस दौरान मंगलवार के दिन का खास है। मान्यताओं के अनुसार इस महीने में हनुमान जी की पूजा बेहद फलदायी होती है। इस माह में आने वाले हर मंगल को बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल कहा जाता है। इस दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना सभी दुख कष्ट दूर होते हैं, और घर में सुख समृद्धि का वास होता है।
ज्येष्ठ माह कैलेंडर 2024
24 मई 2024 (शुक्रवार) – नारद जयंती, ज्येष्ठ माह शुरू
26 मई 2024 (रविवार) – संकष्टी चतुर्थी
28 मई 2024 (मंगलवार) – पहला बड़ा मंगल
29 मई 2024 (बुधवार) – पंचक शुरू
2 जून 2024 (रविवार) – अपरा एकादशी
4 जून 2024 (मंगलवार) – मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत (कृष्ण)
6 जून 2024 (गुरुवार) – ज्येष्ठ अमावस्या, वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
9 जून 2024 (रविवार) – महाराणा प्रताप जयंती
10 जून 2024 (सोमवार) – विनायक चतुर्थी
14 जून 2024 (शुक्रवार) – धूमावती जयंती
15 जून 2024 (शनिवार) – मिथुन संक्रांति, महेश नवमी
16 जून 2024 (रविवार) – गंगा दशहरा
17 जून 2023 (सोमवार) – गायत्री जयंती
18 जून 2024 (मंगलवार) – निर्जला एकादशी
19 जून 2024 (बुधवार) – प्रदोष व्रत (शुक्ल)
22 जून 2024 (शनिवार) – ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत, वट पूर्णिमा व्रत, कबीरदास जयंती
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।