नोएडा: नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) की ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो की संसोधित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) को यूपी कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद उसे केंद्र सरकार को भेज दी गई है. वहां से मंजूरी मिलते ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा. NMRC की एक्वा लाइन मेट्रो रेल कॉरिडोर के विस्तार परियोजना से ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों लोगों को यातायात में फायदा मिलेगा, वहीं जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा. उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने 22 नवंबर, 2024 को इस परियोजना को मंजूरी दे दी थी.
प्रस्तावित एक्वा लाइन मेट्रो रेल कॉरिडोर विस्तार परियोजना 17.435 किलोमीटर लंबा होगा. करीब तीन हजार करोड़ रुपये की इस प्रस्तावित परियोजना पर 11 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. NMRC के एमडी डॉ. लोकेश मुताबिक, नोएडा मेट्रो में यह विस्तार एक्वा लाइन और DMRC की ब्लू लाइन दोनों तक पहुंच को भी बेहतर करेगा. यह एक्सटेंशन नोएडा और ग्रेटर नोएडा के प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ेगा, जिससे यात्रियों को विकास मार्ग और नोएडा-ग्रेटर नोएडा लिंक रोड पर ट्रैफिक में कमी का लाभ मिलेगा.
11 नए स्टेशन होंगे शामिल
यह रूट एक्वा लाइन का एक्स्टेंशन रूट होगा. इसमें सेक्टर 51 (मौजूदा), सेक्टर 61 (DMRC की ब्लू लाइन के साथ इंटरचेंज), सेक्टर 70, सेक्टर 122, सेक्टर 123, ग्रेटर नोएडा सेक्टर 4, ईको टेक-12, ग्रेटर नोएडा सेक्टर 2, ग्रेटर नोएडा सेक्टर 3, ग्रेटर नोएडा सेक्टर 10, ग्रेटर नोएडा सेक्टर 12, और नॉलेज पार्क-5 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. अधिकारियों का कहना है कि यूपी कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद डीपीआर को केंद्र सरकार के पास भेज दिया गया है. वहां से मंजूरी मिलते ही इसका टेंडर निकाला जाएगा.
130 मीटर लंबे जाम से मिलेगी निजात
उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्र सरकार द्वारा प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही अगले साल यानी 2025 को नोएडा सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा वेस्ट तक इस परियोजना में काम शुरू हो जाएगा. इसके बनने से यहां 130 मीटर तक लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिलगी. जाम लगने से लोगों को यहां घंटों जाम का सामना करना पड़ता है. इस मेट्रो परियोजन को लेकर लोग काफी समय से इसके बनाए जाने की मांग कर रहे थे. वर्तमान में एक्वा लाइन पर सेक्टर 51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक मेट्रो चल रही है.