एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट हारने के बाद भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को बड़ी और अहम सलाह दी थी. उन्होंने साफ-साफ कहा था कि इस हार के बाद मिले लंबे ब्रेक का भारत को फायदा उठाना चाहिए और प्रैक्टिस पर ध्यान देना चाहिए, जिससे कि कमियों और कमजोरियों में सुधार किया जा सके. उन्होंने टीम को आराम करने से बचने की सलाह दी थी. वहीं दूसरी ओर सुनील गावस्कर ने एडिलेड टेस्ट के बाद विराट कोहली के एक ऐसे ही फैसले की जमकर तारीफ की है. आइए जानते हैं कि आखिर कोहली ने ऐसा क्या कर दिया कि गावस्कर उनकी तारीफ करते थक नहीं रहे हैं.
हार के बाद विराट ने उठाया बड़ा कदम
एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया को 10 विकेटों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय टीम दोनों ही पारियों में 200 रनों के अंदर सिमट गई थी. एडिलेड में मिली शिकस्त के बाद टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अगले टेस्ट की तैयारियों में जुट गए. मैच हारने के बाद वो सीधे नेट्स में बैटिंग का अभ्यास करने के लिए पहुंच गए. उनके इस फैसले और क्रिकेट के प्रति समर्पण से भारत के दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर भी काफी प्रभावित नजर आए और उन्होंने जमकर तारीफ की.
गावस्कर बोले- हर खिलाड़ी से यही देखना चाहता हूं
विराट कोहली की उपलब्धियों पर सुनील गावस्कर को पहले से ही गर्व है और वो अब विराट के समपर्ण के भी कायल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि, ‘आज नेट्स पर जाना उनके समर्पण को दिखाता है. मैं हर प्लेयर से यही देखना चाहता हूं. उन्होंने रन नहीं बनाए हैं. वह भारत के लिए जो हासिल करते हैं उस पर उन्हें बहुत गर्व है. क्योंकि उन्होंने इस मैच में रन नहीं बनाए हैं, इसलिए वह नेट्स में उतरे.’
गावस्कर ने आगे कहा कि, ‘वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वह पसीना बहा रहे हैं और यही वह है जो आप देखना चाहते हैं. उसके बाद यदि आप आउट हो जाते हैं, तो कोई समस्या नहीं है, क्योंकि यही खेल है. आप एक दिन रन बनाएंगे, एक दिन विकेट लेंगे, अगले दिन आप नहीं करेंगे. लेकिन आपको प्रयास करना होगा. वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं, वह प्रयास कर रहे हैं. यही कारण है कि अगर वह अगले गेम में फॉर्म में वापसी करते हैं तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा.’
एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में फ्लॉप रहे कोहली
पर्थ टेस्ट की पहली पारी में में विराट फ्लॉप रहे थे. जबकि दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद शतक लगाया था. हालांकि एडिलेड टेस्ट में विराट बुरी तरफ असफल साबित हुए. पहली पारी में उनके बल्ले से महज 7 रन निकले. जबकि दूसरी पारी में उन्होंने सिर्फ 11 रन बनाए.